प्रकृति के सुंदर दृश्य

प्रकृति

महक रहा है बाग सुनहरा

भोर भई चिड़ियों का पहरा

सूरज ने डाला अपना डोरा

दूर हुआ अब रातों का अंधेरा

मस्त- मगन हो नाच रही तितली

भवँरो की अब फौज है निकली

कोयल ने  है राग सुनाया

मुर्गे ने सुबह होने का परचम लहराया

मानो प्रकृति खुश है आज

जंग लड़ने को तैयार हैं जांबाज

आसपास हरे भरे पेड़ों की छाया

पक्षियों ने डेरा है जमाया

आसमान मन ही मन मुस्काया

प्रकृति ने क्यों नहीं मुझे

पृथ्वी का सदस्य मनाया

प्रकृति का यह दृश्य है प्यारा

कितना अच्छा संसार हमारा

- By Narendra ahirwar

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